काशी के पति राजेश और नैना हड़बड़ा गए और अपने अपने कपड़े पहनने लगे। काशी के पति राजेश और नैना हड़बड़ा गए और अपने अपने कपड़े पहनने लगे।
मां का बिना बात सवाल ना करना शायद उन्हें मां के करीब ले आया था। मां का बिना बात सवाल ना करना शायद उन्हें मां के करीब ले आया था।
काफी सोचने के बाद अनुज ने स्नेह की रजामंदी होने पर विवाह के लिए हां कह दिया। काफी सोचने के बाद अनुज ने स्नेह की रजामंदी होने पर विवाह के लिए हां कह दिया।
यकीन मानिये की लगन से दुनिया मिलती है।हाउसवाइफ एक जिम्मेदारी का काम है, लेकिन फिर भी आज की दुनियां म... यकीन मानिये की लगन से दुनिया मिलती है।हाउसवाइफ एक जिम्मेदारी का काम है, लेकिन फि...
पंखुरी सी बहुरिया अब उसके जिस्म के अंदर थी। स्थिति ऐसी थी कि मुंह से आवाज नहीं निकली।।। पंखुरी सी बहुरिया अब उसके जिस्म के अंदर थी। स्थिति ऐसी थी कि मुंह से आवाज नहीं न...
एक ज़िद और बेपरवाही से वह फिर निकल पड़ती है.... एक ज़िद और बेपरवाही से वह फिर निकल पड़ती है....